Harmanpreet Kaur Shares Her Journey After Winning Women’s World Cup 2025 | वर्ल्ड चैंपियन हरमन ने पुराने दिन याद किए: बोलीं- सब जज करते थे, उन्हें इग्नोर करो, आगे बढ़ो, मेहनत किसी भी राय से बड़ी होती है – Jalandhar News

वीडियो में बात करती विमन क्रिकेट टीम कैप्टन हरमनप्रीत कौर।

पंजाब के मोगा की रहने वाली इंडियन विमन क्रिकेट टीम की वर्ल्ड चैंपियन कैप्टन हरमनप्रीत कौर ने टूर्नामेंट के बाद अपने टीम में सिलेक्शन के पुराने दिनों को याद किया। टूर्नामेंट की थकान उतारने के बाद उन्होंने महारानी वेब सीरीज देखी। जिसके बाद इंस्टाग्राम

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हरमन ने कहा कि मैं पहले दिन ड्रेसिंग रूम में काफी डरी थी। लोग आपको जज कर रहे थे। वो करेंगे ही। उनको इग्नोर करो, आगे बढ़ो और अपना बेस्ट करो। हमेशा वही करना चाहिए, जो आप करना चाहते हो। हरमन ने इसे ही अपना सक्सेस मंत्र बताया। हरमन ने कहा कि मेहनत किसी भी राय से बड़ी होती है। डरे नहीं बल्कि डटे रहें, आपको कामयाबी जरूर मिलेगी।

बता दें कि इंडियन विमन क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए विमन वनडे वर्ल्ड कप- 2025 जीता। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराया। यह भारत का पहला वर्ल्ड कप खिताब है। विनर टीम की अगुआई हरमनप्रीत ने ही की थी।

हरमनप्रीत कौर ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद ट्रॉफी के साथ फोटो शेयर की थी। जिसमें उनकी टी-शर्ट के पीछे लिखा था कि क्रिकेट जेंटलमैन का नहीं बल्कि हर किसी का गेम है।

हरमनप्रीत कौर ने वर्ल्ड कप जीतने के बाद ट्रॉफी के साथ फोटो शेयर की थी। जिसमें उनकी टी-शर्ट के पीछे लिखा था कि क्रिकेट जेंटलमैन का नहीं बल्कि हर किसी का गेम है।

हरमनप्रीत ने बताईं अपने एक्सपीरियंस की 4 अहम बातें

  • महिला टीम में आने के पहले दिन मन में डर था: इंस्टा अकाउंट पर वीडियो शेयर कर हरमनप्रीत ने कहा कि विमन क्रिकेट टीम में सिलेक्शन होने के बाद जब मैं पहले दिन ड्रेसिंग रूम में गई। ड्रेसिंग रूम में पहला कदम रखते ही माहौल नया था। डर साफ दिख रहा था। उम्र कम थी और आत्मविश्वास भी हिला हुआ था। ऊपर से कई लोग बिना वजह जज कर रहे थे। बावजूद इसके, मैंने हार नहीं मानी और अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया कि मेहनत किसी भी राय से बड़ी होती है।
  • रानी के बोलने से पहले उसे जज किया गयाः टूर्नामेंट खत्म होने के बाद फुर्सत मिली तो उन्होंने ‘महारानी’ वेब सीरीज देखी। सीरीज की नायिका रानी भारती की कहानी उन्हें अपनी जिंदगी के काफी करीब लगी। उसे अपनी पूरी जिंदगी रिकॉल हो गई। खासकर असेंबली वाला सीन, जिसमें रानी अकेले खड़ी होती है और लोग उसके बोलने से पहले ही उसे जज करने लगते हैं।
  • मुझे भी खेलने से पहले जज किया गयाः भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कैप्टन हरमनप्रीत ने कहा कि रानी भारती की कहानी ठीक वैसी ही है जैसी मेरी भारतीय टीम में सिलेक्शन के वक्त की थी। मुझे भी कई लोगों ने खेलने से पहले जज करना शुरू कर दिया था। इस सीरीज में यह वही एहसास था जिसे मैंने खुद महसूस किया। हरमनप्रीत ने कहा कि उसका मानना है कि जिंदगी में लोग चाहे कितना जज करें, उन्हें इग्नोर करना और अपना काम पूरी ईमानदारी से करना ही असली जीत है।
  • मैं डरी नहीं, डटी रही और खुद को प्रूफ कियाः हरमनप्रीत कौर ने कहा कि मुझे याद है मेरे ड्रेसिंग रूम का पहला दिन। मैं बहुत छोटी थी और काफी लोग मुझे जज कर रहे थे। लेकिन मैं डरी नहीं, डटी रही और अपने आप को प्रूफ किया। मेरा सबको यही मैसेज है कि हमेशा वो करें जो आप करना चाहते हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम की कैप्टन के जन्म के वक्त उसे पहनाई गई बैट और गुड बैटिंग लिखी पहली टी-शर्ट।

भारतीय क्रिकेट टीम की कैप्टन के जन्म के वक्त उसे पहनाई गई बैट और गुड बैटिंग लिखी पहली टी-शर्ट।

पिता बोले-हरमन का पहला कपड़ा बैट वाली टीशर्ट वर्ल्ड कप जीत के बाद हरमनप्रीत के पिता ने कहा की बेटी का जन्म ही क्रिकेट के लिए हुआ है। भगवान ने उसे खेलने के लिए ही भेजा था। जब बेटी का जन्म हुआ तो उसे पहनाने के लिए कपड़े मांगे गए। मुझे कुछ नहीं सूझा तो मैंने एक शर्ट दे दी। कुदरती उस पर बैट का निशान था। भगवान ने तभी इशारा दे दिया था, ये तो हमें आज पता चला है।

टीशर्ट पर बैट के साथ लिखा था गुड बैटिंग हरमनप्रीत के पिता, हरमंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि बेटी को जो पहली टी-शर्ट पहनाई गई, उस पर बैट के निशान के साथ एक लाइन भी अंग्रेजी में लिखी थी, वह थी गुड बैटिंग। भगवान का दिया यह छोटा सा तोहफा अब पूरे हुए सपने जैसा बन गया है। हरमनप्रीत ने उस पहली टी-शर्ट के 36 साल बाद भारतीय क्रिकेट में इतिहास रच दिया। बेटी ने इस जीत को सालों की मेहनत के बाद हासिल किया है। यह सिर्फ एक ट्रॉफी से कहीं अधिक है।

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