25 मिनट पहले
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लंबे समय तक देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज यानी IITs में एडमिशन के लिए JEE एड्वांस एकमात्र राह बना रहा। लेकिन IIT खड़गपुर इसे बदलने जा रहा है। एकेडमिक सेशन 2026 से इंटरनेशनल ओलंपियाड्स में बेहतरीन परफॉर्मेंस वाले स्टूडेंट्स और नेशनल-इंटरनेशनल लेवल पर किसी स्पोर्ट्स में मेडल्स जीतने वाले स्टूडेंट्स बिना JEE रैंक के एडमिशन पा सकेंगे।
इस कदम का मकसद टैलेंटेड स्टूडेंट्स को IIT में एडमिशन के अन्य रास्ते देना है। IIT खड़गपुर सीनेट ने इस प्लान को अप्रूव कर दिया है। अब एक कमेटी इस प्लान को लागू करने के नियमों और मापदंडों को लेकर विचार कर रही है। इससे पहले IIT मद्रास, IIT बॉम्बे, IIT कानपुर, IIT गांधीनगर और IIT इंदौर में भी इस तरह की पॉलिसी लागू की जा चुकी हैं।
SEA और SCOPE स्कीम के तहत अप्लाई करने वाले कैंडिडेट्स के लिए JEE एडवांस क्लियर करना अनिवार्य नहीं होगा। हालांकि बाकी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पूरा करना होगा। जैसे स्टूडेंट्स को 12वीं पास होना चाहिए और JEE के नियमों के अनुसार एज लिमिट होनी चाहिए।
जल्द जारी होंगी गाइडलाइंस
इन स्कीम्स के तहत स्टूडेंट्स कैसे अप्लाई कर सकेंगे और उनका सिलेक्शन कैसे होगा इसकी जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी। अचीवमेंट्स को स्कोर कैसे किया जाएगा, मेडल्स या अवार्ड्स वेरिफाई कैसे होंगे, सीट्स कैसे अलॉट होंगी और JoSAA से कॉर्डिनेट कैसे किया जाएगा इस पर अभी चर्चा की जा रही है। 2026 सेशन के लिए IIT खड़गपुर जल्द ही पूरी गाइडलाइंस जारी करेगा।
IIT खड़गपुर में अगर यह सिस्टम काम करता है तो अन्य IITs में भी इसको अपनाया जा सकता है। इससे बिना JEE रैंक के ओलंपियाड और स्पोर्ट्स के आधार पर ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स IIT में एडमिशन पा सकेंगे।
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