नई दिल्ली5 मिनट पहले
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इंडियन हेवन प्रीमियर लीग में क्रिस गेल पुलवामा टाइटन्स की ओर से खेल रहे थे।
श्रीनगर में आयोजित इंडियन हेवन प्रीमियर लीग (IHPL) में विवाद के बाद DDCA ने अपने क्रिकेटर, सपोर्ट स्टाफ और मैच ऑफिशियल को आदेश दिया है कि वे किसी भी अनाधिकृत टूर्नामेंट में हिस्सा न लें।
इतना ही नहीं, दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन ने जूनियर सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन अशु धानी को हटा दिया है।
उसने मंगलवार को एक लेटर जारी किया। इसमें कहा गया कि प्लेयर्स के किसी भी अनऑफिशियल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पर कार्यवाही की जाएगी।
सोमवार (3 नवंबर) को दिग्गज बल्लेबाज क्रिस गेल, बांग्लादेशी ऑलराउंडर शाकिब अल हसन और डेवोन स्मिथ श्रीनगर के एक होटल में फंस गए थे, क्योंकि IHPL के आयोजक टूर्नामेंट को बीच में छोड़कर भाग गए थे।
DDCA का आदेश

क्या है पूरा विवाद
आयोजक भागे, टूर्नामेंट रद्द करना पड़ा मोहाली की युवा सोसाइटी ने श्रीनगर में इंडियन हेवन प्रीमियर लीग का आयोजन किया। 25 अक्टूबर को शुरू हुई इस लीग का फाइनल मैच 8 नवंबर को खेला जाना था। लेकिन, आयोजक लीग को बीच में छोड़कर भाग गए। खिलाड़ियों को भुगतान न मिलने के कारण लीग अचानक बीच में ही रद्द कर दी गई।
इधर, होटल प्रबंधन ने खिलाड़ियों को बाहर जाने से रोक दिया गया, क्योंकि उनका पेमेंट नहीं हुआ था। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब इंग्लैंड की अंपायर मेलिसा जूनिपर ने कहा-
हमें कोई भुगतान नहीं किया गया है। होटल स्टाफ ने हमें बताया कि आयोजक फरार हो गए हैं। पुलिस होटल पहुंची, लेकिन अब तक किसी कार्रवाई की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
लीग में 8 टीमों ने हिस्सा लिया था। इनमें श्रीनगर सुल्तांस, जम्मू लायंस, लद्दाख हीरोज, पुलवामा टाइटंस, उरी पैंथर्स, गुलमर्ग रॉयल्स, पटनीटॉप वारियर्स और किश्तवाड़ जायंट्स बनाई गई थीं। हर टीम में एक पूर्व इंटरनेशनल खिलाड़ी शामिल था।
किराए पर लिया गया बख्शी स्टेडियम लीग के आयोजन के लिए युवा सोसाइटी के चेयरमैन परमिंदर सिंह ने जम्मू-कश्मीर खेल परिषद से बख्शी स्टेडियम किराए पर लिया था। इसके लिए पहले से भुगतान भी किया गया था। जम्मू-कश्मीर खेल परिषद की सचिव नुजहत गुल ने कहा-
आयोजकों ने स्टेडियम किराए पर लिया था और भुगतान किया था। हमारा लीग से कोई सीधा संबंध नहीं है। मैं केवल उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में मौजूद थी।
गेल-शाकिब जैसे स्टार, फिर भी फ्लॉप रहा टूर्नामेंट गेल जैसे अंतरराष्ट्रीय स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद टूर्नामेंट में दर्शकों की संख्या बेहद कम रही। आयोजकों ने टिकटों पर भारी छूट दी और प्रचार के लिए स्थानीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर उमर जरगर की मदद भी ली, लेकिन उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली। अब सवाल उठ रहे हैं कि बिना किसी पूर्व आयोजन अनुभव वाली संस्था युवा सोसाइटी को इतने बड़े टूर्नामेंट के लिए सरकारी स्टेडियम का इस्तेमाल करने की अनुमति कैसे दी गई।