स्पोर्ट्स डेस्क2 घंटे पहले
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19 अक्टूबर 2025। साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बाद इंग्लैंड ने भी विमेंस वनडे वर्ल्ड कप में भारत को हरा दिया। ट्रॉफी जीतना तो दूर, इंडिया विमेंस का सेमीफाइनल में पहुंचना भी मुश्किल था। साल 2000 की चैंपियन न्यूजीलैंड से मैच होना बाकी था और टीम इंडिया मोमेंटम को पूरी तरह खो चुकी थी।
वहां से आज 31 अक्टूबर का दिन, इंडिया विमेंस ने फाइनल में एंट्री कर ली। एंट्री भी मामूली नहीं, 7 बार की चैंपियन और टूर्नामेंट में अब तक नहीं हारी ऑस्ट्रेलिया को न सिर्फ हराया, बल्कि विमेंस वनडे इतिहास का सबसे बड़ा टारगेट भी चेज किया। इस जीत की इबारत लिखी, भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर और शतक बनाकर नॉटआउट रहीं जेमिमा रोड्रिग्ज ने।
स्टोरी में जानते हैं भारत ने ऐतिहासिक कमबैक को कैसे अंजाम दिया…
श्रीलंका-पाकिस्तान को आसानी से हराया
वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत भारत ने गुवाहाटी में श्रीलंका के खिलाफ मैच से की। बरसापारा स्टेडियम में पहले बैटिंग करते हुए भारत ने 269 रन बना दिए। जवाब में श्रीलंका को 211 पर ही समेट दिया। फिफ्टी लगाने के साथ 3 विकेट लेने वालीं दीप्ति शर्मा प्लेयर ऑफ द मैच रहीं।
दूसरे मुकाबले में भारत का सामना चीर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से हुआ। कोलंबो में स्पिन फ्रेंडली पिच थी, जहां पाकिस्तानी स्पिनर्स को फायदा हो सकता था। भारत ने यहां 247 रन बनाए और पाकिस्तान को 159 रन पर ही समेट कर लगातार दूसरा मैच जीत लिया। 3 विकेट लेने वालीं तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ प्लेयर ऑफ द मैच रहीं।

पाकिस्तान को 88 रन से हराकर भारत ने लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
साउथ अफ्रीका ने दिलाई पहली हार
2 लगातार जीत के साथ टीम इंडिया विशाखापट्टनम पहुंची, जहां मुकाबला साउथ अफ्रीका से होना था। साउथ अफ्रीका इंग्लैंड के खिलाफ 69 रन पर ऑलआउट हो चुकी थी। पहले बैटिंग करते हुए भारत ने 102 रन पर 6 विकेट गंवा दिए। वहां से विकेटकीपर ऋचा घोष ने 94 रन बनाए और टीम को 251 तक पहुंचा दिया।
252 के टारगेट के सामने साउथ अफ्रीका ने भी 5 विकेट महज 81 रन पर गंवा दिए। लौरा वोल्वार्ट फिफ्टी बनाकर टीम को संभाले हुए थीं, वे 70 रन बनाकर आउट हुईं। लगा कि अब इंडिया जीत जाएगी, लेकिन क्लो ट्रायोन ने 49 और नदीन डी क्लर्क ने 84 रन बनाकर टीम को 7 गेंद पहले 3 विकेट से जीत दिला दी।
ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड ने मोमेंटम तोड़ा
टूर्नामेंट में मिली पहली हार के बाद भारत का सामना 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से हो गया। विशाखापट्टनम में भारत ने फाइट दिखाई और ओपनर्स की फिफ्टी के दम पर 330 रन बना दिए। हालांकि, टीम 7 गेंद बाकी रहते ही ऑलआउट हो गई।
भारत को हराने के लिए ऑस्ट्रेलिया को सबसे बड़ा टारगेट हासिल करना था। टीम से कप्तान एलिसा हीली ने सेंचुरी लगा दी। फीबी लिचफील्ड और एश्ले गार्डनर ने 40 प्लस रन बनाकर टीम को टारगेट के करीब पहुंचाया। एलिस पेरी ने आखिर में 47 रन बनाए और टीम को 6 गेंद पहले ही जीत दिला दी। यह वनडे इतिहास का सबसे सफल रन चेज रहा।
लगातार 2 हार के बाद इंदौर में भारत का सामना इंग्लैंड से हुआ। पहले बैटिंग करते हुए इंग्लैंड ने 288 रन बना दिए, टीम से पूर्व कप्तान हीथर नाइट ने सेंचुरी लगा दी। भारत ने 45 ओवर तक 250 रन बना लिए थे, टीम से 3 प्लेयर्स ने फिफ्टी लगा दी। अगले ही ओवर में ऋचा घोष आउट हो गईं, उनके जाते ही टीम ने 4 रन से करीबी मुकाबला गंवा दिया।

इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने 4 रन से करीबी मुकाबला गंवाया और हार की हैट्रिक लगा दी।
मंधाना-प्रतिका ने जगाईं उम्मीदें
होम वर्ल्ड कप में हार की हैट्रिक लगा चुकी इंडिया विमेंस पर टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था। अगला मैच न्यूजीलैंड से था, अगर इंडिया हारती तो बाहर भी हो सकती थी। नवी मुंबई में पहले बैटिंग करने उतरी इंडिया विमेंस से प्रतिका रावल और स्मृति मंधाना ने सेंचुरी लगा दी। जेमिमा की फिफ्टी के दम पर भारत ने अपना बेस्ट वर्ल्ड कप स्कोर 340 रन बनाया।
बड़े टारगेट के सामने न्यूजीलैंड की टीम 271 रन ही बना सकी। शतक लगाने के साथ 3 कैच लेने वालीं मंधाना प्लेयर ऑफ द मैच रहीं। इस जीत के साथ भारत ने सेमीफाइनल में एंट्री भी कर ली। बांग्लादेश के खिलाफ ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहा।

स्मृति मंधाना ने वर्ल्ड कप 2025 में अपना पहला शतक लगाया।
7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से भिडंत
भारत का सेमीफाइनल 7 बार की चैंपियन और टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी ऑस्ट्रेलिया से होना था। ऑस्ट्रेलिया का एक मुकाबला रद्द हो गया था, वहीं टीम ने बाकी 6 मुकाबले एकतरफा अंदाज में जीते थे। टीम को विमेंस वर्ल्ड कप में आखिरी हार भी 2017 में मिली थी। तब से टीम 15 मुकाबले अपने नाम कर चुकी थी।

ऑस्ट्रेलिया ने बनाया शुरुआती दबदबा
नवी मुंबई में सेमीफाइनल के दबाव के सामने ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बैटिंग चुन ली। ज्यादातर बड़े मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया की मेंस और विमेंस टीम सपाट पिचों पर पहले बैटिंग ही करती है। 30 अक्टूबर को भी कुछ यही हुआ।
ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान हीली का विकेट तो पावरप्ले में ही गंवा दिया, लेकिन यहां से 22 साल की फीबी लिचफील्ड और अनुभवी एलिस पेरी ने सेंचुरी पार्टनरशिप कर ली। लिचफील्ड ने शतक लगा दिया। आखिर में एश्ले गार्डनर ने तेजी से 63 रन बनाए और टीम को 338 रन तक पहुंचा दिया। यह वर्ल्ड कप में नॉकआउट का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर रहा।

सबसे बड़े टारगेट का पीछा
भारत को वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचने के लिए इतिहास रचना था। वनडे इतिहास के सबसे बड़े टारगेट का पीछा करने के साथ टीम को 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की विनिंग स्ट्रीक भी तोड़नी थी। पावरप्ले में ही ऑस्ट्रेलिया ने दबाव भी डाल दिया, शेफाली वर्मा 10 और स्मृति मंधाना 24 ही रन बनाकर आउट हो गईं।
नंबर-4 पर उतरीं कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जेमिमा रोड्रिग्ज के साथ पारी संभाल ली। दोनों ने 6 का रन रेट कायम रखा और 18वें ओवर में टीम की सेंचुरी पूरी करा दी। फिफ्टी लगाने के बाद कप्तान ने तेजी से रन बनाने भी शुरू कर दिए और टीम को 200 के पार पहुंचा दिया।

थकीं, गिरीं, बचीं…
लेकिन हारीं नहीं जेमिमा…
तेजी से रन बनाने की कोशिश में हरमन 88 गेंद पर 89 रन बनाकर आउट हो गईं। उनके बाद दीप्ति शर्मा बैटिंग करने उतरीं, जेमिमा दूसरे एंड पर शतक की ओर बढ़ रही थीं। 33वें ओवर में एलिसा हीली ने उनका आसान सा कैच छोड़ दिया, इस वक्त जेमिमा 83 रन के स्कोर पर थीं।
एक ओवर बाद जेमिमा अलाना किंग के खिलाफ LBW होने से भी बच गईं। इस बीच रन आउट से बचने के दौरान वे पिच पर ही गईं, लेकिन आउट नहीं हुईं। जेमिमा की बॉडी लैंग्वेज में थकान साफ नजर आ रही थी। 44वें ओवर में मिड ऑफ पर ताहलिया मैक्ग्रा से भी जेमिमा का कैच छूट गया, इस दौरान उनके 107 रन थे।
जेमिमा के सामने दीप्ति शर्मा 17 गेंद पर 24 और ऋचा घोष 16 गेंद पर 26 रन बनाकर आउट हो गईं। ऋचा ने भारत को जीत के करीब जरूर पहुंचाया, लेकिन 24 गेंद पर 29 रन अब भी चाहिए थे। जेमिमा का साथ देने के लिए अमनजोत कौर बैटिंग करने आईं।

बैटिंग के दौरान जेमिमा की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया। उन्हें चेक करने के लिए साथी खिलाड़ी पिच पर पहुंचीं।
…और फिर रो पड़ीं जेमिमा
47वें ओवर में सोफी मोलेनिक्स बॉलिंग करने आईं, उन्होंने 6 ही रन दिए। अगला ओवर एनाबेल सदरलैंड ने फेंका, ओस के कारण गेंद पर पकड़ बना पाना मुश्किल हो रहा था। शुरुआती 2 गेंद पर 4 रन बन गए। तीसरी गेंद पर जेमिमा ने स्कूप शॉट खेला और विकेटकीपर के पीछे चौका लगा दिया। सदरलैंड ने 2 वाइड फेंक दीं। 15 गेंद पर 14 रन चाहिए थे, जेमिमा ने पॉइंट की ओर एक और चौका लगा दिया।
ओवर से 15 रन आ गए और भारत को 12 गेंद पर 8 रन चाहिए थे। मोलेनिक्स के खिलाफ पहली ही गेंद पर अमनजोत ने कवर्स की दिशा में चौका लगा दिया, अगली गेंद पर 2 रन बने। 2 रन और चाहिए थे, मोलेनिक्स ने ऑफ स्टंप के बार शॉर्ट पिच गेंद फेंकी। अमनजोत ने कवर्स की दिशा में फिर चौका लगाया और भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी।

जीत के बाद जेमिमा इमोशनल हो गईं।
अमनजोत की गेंद जैसे ही बाउंड्री की ओर जाने लगीं, शतक लगा चुकीं जेमिमा दौड़कर अमनजोत के पास पहुंचीं और उन्हें गले से लगाकर रोने लगीं। उन्होंने दर्शकों को देखकर अपने हाथ जोड़े, इस दौरान उनके आंसू लगातार गिरने लगे। जीत के बाद डगआउट में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के भी आंसू निकल आए। उन्होंने जेमिमा के साथ 167 रन की मैच विनिंग पार्टनरशिप की थी।

भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने के बाद जेमिमा रोड्रिग्ज की आंखों से आंसू छलक पड़े।
8 साल पहले भी ऑस्ट्रेलिया को बाहर किया था
भारत ने 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे का सबसे बड़ा टारगेट हासिल किया, वर्ल्ड कप में उनकी विनिंग स्ट्रीक तोड़ी और फाइनल में जगह बना ली। यह पहला मौका नहीं है, जब भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर बाहर किया हो।
2017 में इंग्लैंड के मैदान पर भी हरमनप्रीत के 171 रन की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को बाहर कर दिया था। तब भी वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया को हार नहीं मिली थी। हालांकि, तब फाइनल में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ करीबी मुकाबले में 9 रन से हार का सामना करना पड़ गया था।

2 नवंबर को मिलेगी नई वर्ल्ड चैंपियन
2 नवंबर को टीम इंडिया साउथ अफ्रीका से खिताबी मुकाबला खेलेगी, जिन्होंने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को ही हराकर बाहर किया। साउथ अफ्रीका ने भी टूर्नामेंट में बेहतरीन कमबैक किया। पहले मुकाबले में टीम इंग्लैंड के खिलाफ महज 69 रन पर सिमटकर 10 विकेट से हार गई थी। उसी टीम को सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका ने 125 रन से हराया और पहली बार फाइनल में जगह बना ली।
साउथ अफ्रीका ने पहली बार फाइनल में जगह बनाई है, वहीं इंडिया को तीसरी बार वनडे वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में जगह मिली। टीम 2005 में ऑस्ट्रेलिया और 2017 में इंग्लैंड से फाइनल गंवा चुकी है। नवी मुंबई के DY पाटील स्टेडियम में ही दुनिया को नया विमेंस वनडे वर्ल्ड चैंपियन मिलेगा।
